मां सरस्वती प्रार्थना
विद्या की देवी भगवती सरस्वती कुन्द के फूल, चंद्रमा, हिमराशि और मोती के हार की तरह धवल वर्ण की है और जो श्वेत वस्त्र धारण करती है, जिनके हाथ में वीणा-दण्ड शोभायमान है, जिन्होंने श्वेत कमलों पर आसन ग्रहण...
View Articleवसंत ऋतुओं पर गीतों की श्रृंखला
कुमार गंधर्व ने ऋतुओं पर गीतों की श्रृंखला तैयार की थी- 'गीत वसंत,' 'गीत हेमंत' और ' गीत वर्षा।' इन तीनों श्रृंखलाओं के कुछ गीत अर्थ सहित यहां प्रस्तुत जा रहे हैं।
View Articleवसंत पंचमी पर कैसे करें पूजन
माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी से ऋतुओं के राजा वसंत का आरंभ हो जाता है। यह दिन नवीन ऋतु के आगमन का सूचक है। इसीलिए इसे ऋतुराज वसंत के आगमन का प्रथम दिन माना जाता है। इसी समय से प्रकृति के सौंदर्य...
View Articleसरस्वती वंदना
हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥ जग सिरमौर बनाएं भारत, वह बल विक्रम दे। वह बल विक्रम दे॥ हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥ साहस शील हृदय में भर...
View Articleश्री सरस्वती जी की आरती
माँ सरस्वती जी की आरती, पढ़े श्री सरस्वती जी की आरती, मां सरस्वती प्रार्थना, सरस्वती वंदना वसंत पंचमी स्पेशल पर!
View Articleमां सरस्वती की उपासना का पर्व
माघ शुक्ल पंचमी को मनाए जाने वाले सारस्वत महोत्सव का महत्व निराला है। मां सरस्वती विद्या, बुद्धि, ज्ञान और वाणी की अधिष्ठात्री देवी हैं तथा शास्त्र ज्ञान को देने वाली है। भगवती शारदा का मूलस्थान अमृतमय...
View Articleसरस्वतीस्तोत्रम्
वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था। इस दिन मां सरस्वती का पूजन-अर्चन करने के साथ-साथ श्री सरस्वती चालीसा- आरती एवं सरस्वती स्तोत्रम् का पाठ करने का विशेष महत्व है। इस दिन किए गए मां के पूजन...
View Articleवसंत पंचमी की कथा
सृष्टि के प्रारंभिक काल में भगवान विष्णु की आज्ञा से ब्रह्माजी ने मनुष्य योनि की रचना की, परंतु वह अपनी सर्जना से संतुष्ट नहीं थे। तब उन्होंने विष्णु जी से आज्ञा लेकर अपने कमंडल से जल को पृथ्वी पर छिड़क...
View Articleकैसे करें वसंत पंचमी पर पूजन
वसंत पंचमी मां सरस्वती की जयंती का दिन है। इस दिन से प्रकृति के सौंदर्य में निखार दिखने लगता है। वृक्षों के पुराने पत्ते झड़ जाते हैं और उनमें नए-नए गुलाबी रंग के पल्लव मन को मुग्ध करते हैं। इस दिन को...
View Articleवसंत पर आधारित चर्चित गीत...
भारतीय फिल्मों में कई त्योहारों के मद्देनजर अलग-अलग गीत गाए गए हैं। इन गीतों को हमारे गायक, गीतकार और संगीतकारों ने अपनी आवाज, धुन देकर इन्हें इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज किया है। इसी...
View Articleवसंत पंचमी की पौराणिक कथा
पौराणिक कथा के अनुसार यह सरस्वती के आविर्भाव व विजय का दिन है। वाल्मीकि रामायण में उल्लेख है कि सरस्वती ने अपने चातुर्य से देवताओं को कुंभकर्ण से बचाया था।
View Articleपीले रंगों का पर्व वसंत पंचमी
वसंत पंचमी के पर्व पर वैसे भी चटख पीला रंग उत्साह और विवेक का प्रतीक माना जाता है। इसके साथ सफेद रंग से जुड़ी शांति भी शामिल हो जाती है। इस दिन खास तौर पर कई घरों में रंगोली सजाई जाती है। कुछ लोगों के...
View Articleवसंत पंचमी : सरस्वती आराधना का पर्व
भारतीय धर्म में हर तीज-त्योहार के साथ दिलचस्प परंपराएं जुड़ी हुई हैं। इसीलिए प्रत्येक पर्व-त्योहार के मद्देनजर गांवों-शहरों का स्वरूप कुछ बदल-सा जाता है और सभी समुदाय के लोग तरह-तरह की परंपराएं निभाते...
View Articleप्रेरणादायी हैं मां सरस्वती का स्वरूप
वसंत पंचमी हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ शुक्ल की पांच तारीख को मनाई जाती है। देवी भागवत में उल्लेख है कि माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी को ही संगीत, काव्य, कला, शिल्प, रस, छंद, शब्द व शक्ति की प्राप्ति जीव को...
View Articleवसंतोत्सव बनाम वेलेंटाइन डे!!!
यह एक संयोग ही है कि पश्चिम का दत्तक त्योहार (?) 'वेलेंटाइन डे' इसी 'वसंत' के सुखद आगमन की 'पंचमी' के आसपास आया है। अब जरा अंतर देखिए कि सिर्फ एक दिन प्रेम को अभिव्यक्त करने का या कहें प्रेम करने का।...
View Articleदेवी सरस्वती की आराधना का पर्व
मां सरस्वती विद्या, बुद्धि, ज्ञान और वाणी की अधिष्ठात्री देवी हैं। शास्त्र ज्ञान को देने वाली है। भगवती शारदा का मूलस्थान अमृतमय प्रकाशपुंज है। जहां से वे अपने उपासकों के लिए निरंतर 50 अक्षरों के रूप...
View Articleवसंत पंचमी : कैसे करें सरस्वती की पूजन
मां शारदा को प्रसन्न करने का दिवस होता है वसंत पंचमी। इस दिन अगर विधि-विधान से पूजन किया जाए तो मां सरस्वती विद्या, वाणी और प्रसिद्धि का आशीर्वाद देती है।
View Articleमां सरस्वती की रचना कैसे हुई
विष्णु से अनुमति लेकर ब्रह्मा ने एक चतुर्भुजी स्त्री की रचना की जिसके एक हाथ में वीणा तथा दूसरा हाथ वर मुद्रा में था। अन्य दोनों हाथों में पुस्तक एवं माला थी। शब्द के माधुर्य और रस से युक्त होने के...
View Articleवसंत आता तो है...
वसंत आता है जंगलों में जहां फुर्सत नहीं पाते कठफोड़वे सारा-सारा दिन दरख्तों के तनों पर अपनी नुकीली चोंच से ताल बजाते। वसंत आता है उन मैदानों में
View Articleवसंत पंचमी की प्रामाणिक कथा
ब्रह्माजी ने विष्णु जी से आज्ञा लेकर अपने कमंडल से जल को पृथ्वी पर छिड़क दिया, जिससे पृथ्वी पर कंपन होने लगा और एक अद्भुत शक्ति के रूप में चतुर्भुजी सुंदर स्त्री प्रकट हुई।
View Article